मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान प्रचार रथ रवाना
ब्यूरो रिपोर्ट राजेश प्रसाद
मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान प्रचार रथ रवाना
सुपरवायजरों को दिया गया निर्देश की मलेरिया की जांच में एक भी व्यक्ति न छूटे और पाॅजीटिव व्यक्तियों का हो पूर्ण उपचार
जगदलपुर, 15 दिसम्बर 2020/ शासन की महत्वाकांक्षी योजना मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान” के तृतीय चरण हेतु प्रचार रथ को किया रवाना। इस अवसर पर राज्य कार्यक्रम अधिकारी (व्ही.बी.डी.) रायपुर डाॅ. जितेन्द्र, संभागीय सयुक्त संचालक डाॅ. विवेक जोशी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जगदलपुर डाॅ.आर के चतुर्वेदी द्वारा प्रचार रथ को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया गया।
राज्य कार्यक्रम अधिकारी (व्ही.बी.डी.) डाॅ. जितेन्द्र ने बताया कि जिले में मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के प्रथम चरण 15 जनवरी से 14 फरवरी 2020 तक 06 विकासखंड के 213 गाँव में लक्ष्य जनसंख्या 2 लाख 49 हजार 288 के विरूद्ध 2 लाख 53 हजार 295 लोगों का जाँच किया गया, जिसमे 5203 पाॅजिटिव केस पाया गया जिनका मूलोपचार किया गया। द्वितीय चरण 10 जून से 31 जुलाई 2020 तक 7 विकासखंड में 328 गाँव में लक्ष्य जनसंख्या 3 लाख 81 हजार 580 के विरूद्ध 3 लाख 90 हजार 815 जाँच किया गया जिसमें 4900 पाजिटिव केस पाया गया जिनका मुलोपचार किया गया। अब तृतीय चरण में 15 दिसम्बर से 30 जनवरी 2021 तक लक्ष्य 7 विकासखंड के 198 गाँव के लक्ष्य जनसंख्या दो लाख एक हजार 480 एवं स्वास्थ्य विभाग की 222 टीम के द्वारा घर-घर जाकर सर्वे करेगी। गर्भवती माताओं में मलेरिया पाॅजिटिव आना हाई रिस्क श्रेणी में आता है अतः पूरी गंभीरता से गर्भवती माताओं एवं बच्चों का मौलिक उपचार किया जाएगा। संभागीय संयुक्त संचालक डाॅ. विवेक जोशी ने कहा कि गांव में लोग नियमित रूप से मच्छरदानी लगाकर सोये इस हेतु जन सहयोग से प्रतिदिन रात को 6 से 7 बजे के बीच सीटी बजाकर लोगों को जागरूक करने हेतु व्यवस्था की जाने की आवश्यकता है।
डाॅ.आर.के.चतुर्वेदी द्वारा मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान से होने वाले लाभ के बारे में बताया कि मलेरिया के कारण गर्भवती माता एवं बच्चों में एनिमिया की कमी को दूर किया जा सकेगा। बच्चों के कुपोषण में कमी आयेगी। जन्म के समय शिशु के वजन में वृद्धि होगी। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सकेगा, साथ ही मनुष्य के रोग मुक्त रहने पर उसकी कार्य क्षमता में वृद्धि होगी।
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