कोंडागांव जिले में 1924, 25 से लेकर आज तक नहीं हुआ है जिले का राजस्व सर्वेक्षण छत्तीसगढ़ प्रदेश के अन्य जिलों में 3/3 सर्वेक्षण हो चुके हैं
ब्यूरो रिपोर्ट राजेश प्रसाद
जगदलपुर | कोंडागांव जिले में 1924, 25 से लेकर आज तक नहीं हुआ है जिले का राजस्व सर्वेक्षण छत्तीसगढ़ प्रदेश के अन्य जिलों में 3/3 सर्वेक्षण हो चुके हैं
कोंडागॉव जिले के राजस्व पटवारी संघ अपने दस मांगो को लेकर केशकाल के रावण भाटा मैदान पर 14/12/2020 से बैठै हैं अनिश्चितकालीन हड़ताल पर पटवारियों से मिली जानकारी अनुसार
सर्वेक्षण/ बंदोबस्त राजस्व विभाग के अनुसार भू राजस्व संहिता 1959 में बना था मगर जिले में कार्यरत पटवारीयों के पास 1924 ,25 का बंदोबस्त रिकॉर्ड के अनुसार आज पर्यंत तक रिकॉर्ड चल रहा है
वहीं पूरे छ.ग. प्रदेश के अन्य जिलों में तीन =तीन बार सर्वेक्षण हो चुका है
राजस्व पटवारी संघ जिला कोंडागांव का मुख्य मांग जनहित में है
पुरे जिले का राजस्व सर्वेक्षण बंदोबस्त
है जो की प्रदेश स्तरीय मांगों में से (एक मांग 9 सूत्री मांगों में से अलग है)
कॊंडागांव जिला में 1924 25 को रिकॉर्ड के अनुसार शिकारी वर्तमान में हो रहा है और रिकॉर्ड भी सङ, गल रहे हैं पूरे जिले के नक्शे जीर्ण -शीर्ण हैं जिसमें मात्रों को समझना मुमकिन ही नहीं नामुमकिन है यूं कहा जाए जब से भारत आजाद हुआ है कोंडागांव जिला में बंदोबस्त ही नहीं हुआ जो कि शासन के नियम अनुसार प्रत्येक 30 वर्ष में बंदोबस्त सर्वेक्षण का कार्य होना था जो कि 95 वर्ष तक कोंडागांव जिला में नहीं हो पाया है बाकी 9 सूत्री मांग प्रांत के अनुसार ही है (1)भूईया की समस्या एवं संसाधन
(2) वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति
(3)बिना विभागीय जांच की एफ आई आर दर्ज ना हो
(4)फिक्स टी ए
( 5)स्टेशनरी भत्ता
(6)नक्सल भत्ता
(7) मुख्यालय निवास की बाध्यता समाप्त हो
(8) अतिरिक्त प्रभार की हल्के का भत्ता
(9)वेतन विसंगति दूर किया जाए
(10)जिला कोंडागॉव का राजस्व सर्वेक्षण
आदि मांगो को लेकर जिले के राजस्व पटवारी संघ के समस्त पटवारी दिनांक 14:12 2020 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं
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