केशकाल की कुऐमारी की कहानी बक्साइड पठारी का पहचानी
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ब्यूरो रिपोर्ट राजेश प्रसाद केशकाल की कुऐमारी की कहानी बक्साइड पठारी का पहचानी केशकाल। विकासखण्ड केशकाल मुख्याल से करीब 22 किमी दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत कुऐ की कहानी व 35 किमी में फैले पठारी मारी क्षेत्र देश दुनिया के खनिज संपदा में आज भी शुमार है, जो जिला कोण्डागांव के अंतर्गत आने वाले विकासखण्ड केशकाल अंतर्गत कुऐमारी क्षेत्र के बारे में सबसे पहले कुऐमारी का पठारी क्षेत्रों में करीब 35 किमी दूरी पर फैला हुआ बाक्साइड पत्थर की सोना की पहाड भी कहा जाता है। 35 किमी मैं फैले पठारी वन क्षेत्र में ऊपर से पठारी पहाड ही नजर आते है, किन्तु इस क्षेत्र के चिन्हांकन आज से 40 वर्ष पूर्व बाक्साइड खदान का नाम से जाना जाता है, इस क्षेत्र के पठारी पहाड में रहने वाले वनवासी को खेती किसानी में आर्युवैदिक औषणीगुणों मशहूर कोदो, खुटकी का अनाज उत्पादन करने वाले पहाड का नाम से मशहूर है क्यों कि बाक्साइड पत्थर पठारी पहाड होने के चलते चहां की जमीन मे मिट्टी का मात्रा कम व पत्थर का मात्रा अधिक होने पर धान का पैदावार के लिए उपर्युक्त भूमि नहीं होने पर यहां के वनवासी अपने खेती में कोदो खुटकी का खेती करने में मज...