बस्तर में रेल यातायात व्यवस्था व्यवस्थित करने पूर्व विधायक संतोष बाफना ने रेल मंत्री को लिखा पत्र..
बस्तर में रेल यातायात व्यवस्था व्यवस्थित करने पूर्व विधायक संतोष बाफना ने रेल मंत्री को लिखा पत्र..
हिंदुस्तान समाचार जगदलपुर... कोरोना काल से ही बस्तर के रेल यातायात व्यवस्था की स्थिति लगातार कमजोर बनी हुई है रेलगाड़ियों के सुचारू रूप से परिचालन नहीं होने से स्थानीय लोगों को लगातार समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है जिसे देखते हुए शुरुआत से ही जगदलपुर के पूर्व विधायक संतोष बाफना लगातार प्रयासरत रहे हैं उनके द्वारा समय-समय पर संबंधित लोगों का ध्यान रेल यातायात व्यवस्था को सुधारने हेतु आकृष्ट कराया जा रहा है इसी तारतम्य में माननीय विधायक महोदय द्वारा रेल मंत्री को पत्र लिखकर रेल यातायात व्यवस्था सुधारने संबंध में बात कही गई है विशाखापट्टनम - जगदलपुर मार्ग पर संचालित नियमित एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन अविलम्ब प्रारंभ करने को लेकर भाजपा नेता एवं क्षेत्र के पूर्व विधायक संतोष बाफना ने रेल मंत्री पीयूष गोयल के नाम पत्र लिखा है।
गौरतलब है कि, पूर्व विधायक बाफना ने चौथी मर्तबा संबंधित विषय को लेकर रेल मंत्रालय का ध्यानाकर्षित कराने का प्रयास है।
पूर्व विधायक बाफना के द्वारा कहा गया है कि, कोरोना काल से पूर्व में विशाखापट्टपम - जगदलपुर रेल मार्ग पर समलेश्वरी एक्सप्रेस (जगदलपुर-कोलकाता), हीराखण्ड एक्सप्रेस (जगदलपुर-भुवनेश्वर), जगदलपुर-विशाखापट्टनम रात्रिकालीन एक्सप्रेस, जगदलपुर-दुर्ग एक्सप्रेस, किरंदुल-विशाखापट्टनम पैसेंजर ट्रेनों का संचालन हो रहा था। लाॅकडाउन हटने के बाद जहाॅ देशभर के तमाम दूसरे रेल मार्ग पर रेल सुविधाओं में इज़ाफा करने की दिशा में रेल विभाग ने कदम उठाए है लेकिन इस रेलखंड में उक्त यात्री ट्रेनों को बहाल करने की कोई पहल नहीं करने से क्षेत्र की जनता में व्यापक आक्रोश है।
मैंने इस संबंध में पहली बार पत्र क्रं. 276/JDP/Ex/MLA/V86/2020 दिनांक 04/11/2020 दूसरी बार पत्र क्रं. 279/JDP/Ex/MLA/V86/2020 दिनांक 07/12/2020 एवं तीसरी बार पत्र क्रं. 282/JDP/Ex/MLA/V86/200 दिनांक 12/12/2020 को रेल मंत्रालय एवं डीआरएम वाॅल्टेयर मण्डल को पत्र लिखकर उक्त रेलखंड की सभी नियमित ट्रेनों को अविलम्ब प्रारंभ करने का कई बार आग्रह भी किया। मेरे अलावा भी कई और सामाजिक संगठन नेे भी इस संबंध में पत्राचार किया। बड़ी जद्दोजहद के पश्चात् उक्त यात्री ट्रेनों में से केवल 01 किंरदुल-विशाखापट्टनम पैसेंजर को स्पेशल ट्रेन के रूप में संचालित करने का निर्णय लिया गया है। लेकिन इस ट्रेन का किराया अन्य एक्सप्रेस ट्रेनों से अधिक होने के कारण यात्रियों को अतिरिक्त राशि का भुगतान करना पड़ रहा है। एवं रेलवे विभाग के द्वारा महंगा किराये के साथ ही यात्री सुविधाओं में भी कटौती की गई है। जैसे कि, बुजुर्ग यात्रियों के लिए सीनियर सिटीजन कोटे की व्यवस्था होती थी। किन्तु स्पेशन ट्रेनों में बुजुर्गो के लिए आरक्षित रहने वाली सीटो की संख्या में कमी की गई है।
इसके अलावा विशाखापट्टनम - जगदलपुर मार्ग पर संचालित ‘‘हीराखण्ड एक्सप्रेस’’ पहले ‘‘जगदलपुर से भुवनेश्वर’’ तक संचालित होती थी लेकिन लाॅकडाउन हटने के बाद से इसका संचालन जगदलपुर से न करके कोरापुट से भुवनेश्वर कर दिया गया है। विडम्बना ही है कि जगदलपुर क्षेत्र की जनता इस यात्री ट्रेन को पकड़ने के लिए पहले कोरापुट तक बस या किराये के वाहनों से 100 कि.मी. की यात्रा करने को मजबूर है।
प्रदेश की राजधानी रायपुर तक जाने के लिए जो ट्रेन पहले उपलब्ध थी, ‘‘जगदलपुर-दुर्ग एक्सप्रेस’’ वह भी विगत् 2 वर्षों से बंद है। और बाकी नियमित यात्री ट्रेनों पर बेमियादी प्रतिबंध लगा दिया गया है ऐसा प्रतीत होता है।
उक्त रेल मार्ग पर एक्सप्रेस ट्रेनों के चलने से लोगों को भुवनेश्वर, कोलकाता एवं अन्य बड़े शहरों तक जाने के लिए सुविधा होती थी। किन्तु रेल विभाग द्वारा कोई और वैकल्पिक व्यवस्था नहीं करने के कारण आम जनता के सामने विकट स्थिति उत्पन्न हो रही है।
‘‘बस्तर संभाग’’ वर्षों से रेल यात्री सुविधाओं के मामले में पिछड़ा रहा है और इस आदिवासी अंचल को आधारभूत रेल सुविधा नहीं मिलने के कारण बस्तर की उम्मीदों को कभी पंख नहीं लग सके।
प्रेषित पत्र के अंत में पूर्व विधायक ने रेल मंत्री से आग्रह है कि विशाखापट्टनम - जगदलपुर मार्ग पर पूर्व से ही संचालित सभी नियमित यात्री ट्रेनों को बहाल करने के संबंध में आवश्यक कार्यवाही करें। ताकि क्षेत्र के जनता को राहत मिल सके।
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