घाटी में विराजमान देवी भंगाराम की जात्रा 4 सितम्बर 2021 को- नंदलाल सिन्हा6 साप्ताह शनिवार को सेवा पूजा उपरांत 7वां शनिवार को जात्रा उत्सव होगी
घाटी में विराजमान देवी भंगाराम की जात्रा 4 सितम्बर 2021 को- नंदलाल सिन्हा
6 साप्ताह शनिवार को सेवा पूजा उपरांत 7वां शनिवार को जात्रा उत्सव होगी
हिंदुस्तान समाचार जगदलपुर केशकाल। आदि शक्ति केशकाल घाटी में विराजमान भंगाराम देवी की प्रति वर्षानुसार इस वर्ष 2021 की कृष्ण पक्ष की सितम्बर माह की 7वां शनिवार को 4 सितम्बर 2021 को जात्रा होगी भंगाराम देवी समिति की सचिव नंदलाल सिन्हा से प्राप्त जानकारी के अनुसार भंगाराम देवी जात्रा के पूर्व दिनांक 24 जुलाई 2021 की दिन शनिवार से देवी दरबार में सेवा पूजा प्रारंभ हो चुका है, केशकाल भंगाराम देवी से जुडे 9 परगना से जुडे देवी देवता गायता मुखिया सिरहा, मांझी
व ग्रामीण जन बडी उत्साह के साथ जात्रा में भंगाराम देवी मंदिर केशकाल में एक दिन पूर्व से पहॅुचना प्रारंभ होता है, सचिव नंदलाल सिन्हा ने आगे जानकारी देते बताया कि 1 परगना में करीब 100 से 150 ग्राम जुडे है जिसमें ब्लाॅक केशकाल, विश्रामपुरी एवं फरसगांव से जुडे देवी देवता भंगाराम देवी जात्रा में भाग लेते हैं यहां पहॅुचने वाले सभी परगना के देवी देवता चालकी, मांझी, गायता पूजारी मुखिया लोगों को भंगाराम देवी समिति केशकाल द्वारा भव्य स्वागत करते है, व भंगाराम देवी पर लोगो का विश्वास व मान्यता है, कि जात्रा की दिन ग्रामीण जनों के पीडा दुःख बीमारी आदि से जूडे मामला की देवी देवता की न्यायालय दरबार में गायता पूजारी के तरफ से सुनवाई की जाती है, जो देवी देवता से ग्रामीण जन को ज्यादा दुःख व पीडा हुआ है, उसी देवी देवता को भंगाराम देवी की अदालत में सुनवाई के बाद उसे मंदिर परिसर की एक जल नूमा गढ्ढा में डालकर सजा दी जाती है।
भंगाराम देवी के मंदिर परिसर में ग्रामीणों द्वारा कई मन्नत पूरा होने के लिए बकरा, मुर्गी का बली चढ़ाया जाता है।
जात्रा समाप्ति के दूसरे दिन दूर-दूर से जात्रा में पहॅुचे लोगों व देवी देवता की समिति पदाधिकारियों द्वारा दूसरे दिन विदाई देकर छोडते हैं केशकाल में विराजमान भंगाराम देवी से 9 परगना से जुडे ग्रामीणों में अटूट आस्था विश्वास है।
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