वर्ष 2013 को मृत महिला को राजस्व रिकार्ड से 2011 में फौती काटकर किया जीवित को मृत
राजस्व विभाग केशकाल में उजागर हुआ दूसरा घटना
लगातार राजस्व विभाग की बिना जांच पडताल किये जीवित का फौती कैसे काटा - जांच की विषय
हिंदुस्तान समाचार जगदलपुर केशकाल। तहसील केशकाल में पिछले कई चैकाने वाले सन-सनी खुलासा लगातार मिल रहा है। प्रथम बार उजागर हुआ बेवा कवली बाई कश्यप पति स्व. गुलाब कश्यप का पुत्र पूर्व पार्षद शिवप्रसाद कश्यप का स्वर्गवास होने के बाद बुढीमाता कवली बाई कश्यप व इनके पोता हेमन्त कश्यप व इनके बच्चे के नाम जोडे, बिना नम्बरदार में अपने बहु का नाम दर्ज करते हुये बेवा कंवली बाई का भी नाम काटकर जीवित बेवा के नाम भी फौती काटा गया। अंत में यह मामला तहसीलदार न्यायालय केशकाल में पहॅुचने पर राजस्व प्रकरण दर्ज करते हुये पिडितों की बियान दर्ज करते हुये कटा हुआ नाम जोडकर पिडितों को न्याय तहसील केशकाल से मिला है। पहला प्रकरण टंडा हुआ ही नहीं उसे भी दिल दहलाने वाले ऐसे ही दूसरा प्रकरण प्रकाश में आया है।
पिडितों से प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्व केशकाल की दस्तावेज में एक महिला की मृत्यु 18 अगस्त 2013 में धमतरी अस्पताल में हुई किन्तु वर्ष 2013 की मृतिका महिला को मृत्यु के दो वर्ष पूर्व मृत बताकर राजस्व रिकार्ड से उनका फौती काटाकर बेदखल फौती काटने के बाद आगामी 2 वर्ष तक उक्त महिला जीवित थी। जीवित महिला की फौती कैसे काटा गया। मजेदार बात यह है, कि केशकाल के तत्कालिन राजस्व अधिकारी अथवा पटवारी द्वारा फौती कटने के पहले घटना की जांच में मृत्यु प्रमाण पत्र व घटना की जांच क्यों नहीं की है। बिना जांच किये जीवित महिला की दो वर्ष पूर्व कैसे मृत बताया है।
दूसरा राजस्व मामले की तब पर्दाफास हुआ जब केशकाल राजस्व विभाग की जीवित इंसान की फौती काटकर मृत बनाने की घटना की जानकारी फेसबुक के माध्यम से कांकेर में रहने वाली 3 महिलाये केशकाल पहॅुचकर अपने स्व. माता जी की मृत्यु प्रमाण पत्र व फौती काटने का जानकारी दस्तावेज स्थानीय कुछ मिडिया कर्मियों को देते हुये न्याय दिलाने की प्रार्थना की।
राजस्व रिकार्ड में जीवित व्यक्ति का फौती काटकर दस्तावेजों में षडयंत्र करने वाले राजस्व अधिकारी एवं पटवारी कौन ? व ऐसा क्यों किया गया है। इस सनसनी मामले में कई सत्यता छुपा हुआ है, यह सत्यता उजागर होने की प्रतीक्षा में नगरवासी एवं क्षेत्रवासी उत्सुकता के साथ जवाब की प्रतिक्षा एवं पिडितों को न्याय मिलने की प्रतीक्षा कर रहे है। गरीबों के हक मारकर उसे बेदखल करने की षडयंत्र रचने वाले व्यक्ति व दोषी राजस्व अधिकारी/कर्मचारी के ऊपर भी जांच कार्यवाही होने की पुरजोर चर्चा इन दिनों उपरोक्त दोनो प्रकरण से उठने लगे है। जो चर्चाओं की बाजार गरम है।
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