विश्रामपुरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कालातीत दवा वितरण मामले की न्यायीक जांच हो - पत्रकार कल्याण संघ
विश्रामपुरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कालातीत दवा वितरण मामले की न्यायीक जांच हो - पत्रकार कल्याण संघ
पत्रकार/संवाददाता द्वारा प्रकाशन हेतु समाचार संकलन करना उनका नैतिक अधिकार
हिंदुस्तान समाचार जगदलपुर केशकाल । सोशल मीडिया ,इलेक्ट्राॅनिक एवं प्रिन्ट मीडिया द्वारा , सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बडेराजपुर/विश्रामपुरी में कोरोना मरीजों को कालातीत दवा वितरण का मामला प्रकाश में आया है । पत्रकार प्रकाश नाग ने चर्चा में बताया कि उन्हें अति विश्वसनीय सूत्र से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विश्रामपुरी में कालातीत दवा वितरण की जानकारी प्राप्त हुई तो वे जनहित में समाचार संकलन हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गए हुए थे ,इस दौरान वहाँ उन्हें काफी अनियमितता देखने को मिली , नियत समय पर अधिकारी कर्मचारी भी उपस्थित नही थे ! वहाँ के अधिकारी कर्मचारी को मेरे द्वारा समाचार संकलन करने की भनक लगते ही ,अस्पताल प्रबंधन द्वारा अपनी लापरवाही उजागर होने के भय से अनर्गल आरोप लगाते हुए आनन फानन में मेरे खिलाफ झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने की जानकारी प्राप्त हो रही है ! इस घटना क्रम को दृष्टिगत रखते हुए छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार कल्याण संघ केशकाल इकाई द्वारा घटना की घोर निंदा करते हुये कहा गया कि पत्रकारों को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा फ्रन्ट लाईन वारियर्स का दर्जा दिया गया है, साथ ही देश के संविधान में पत्रकारों को चौथा स्तम्भ माना जाता है, इसके पूर्व पत्रकार मो. असलम मेमन (केशकाल) के मामले पर
स्वतंत्र पत्रकारिता पर जिला कलेक्टर द्वारा दिशा निर्देश जारी करने की मांग भी कलेक्टर से कि गई थी ,जो की आज पर्यंत लंबित है। पत्रकार कल्याण संघ ईकाइ केशकाल जिला प्रशासन से मांग करती है कि विश्रामपुरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मामले पर जिला प्रशासन द्वारा एक जांच समिति गठित की जाय तथा उक्त जांच समिति में एक दण्डाधिकारी, मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिला के वरिष्ठ पत्रकारों को शामिल करते हुये घटना की निष्पक्ष जांच कराकर मामले की सत्यता को उजागर किया जाय । साथ ही केशकाल इकाई यह भी मांग करती है कि मामले की जांच के दौरान इस बात का भी पता लगाया जाय कि कालातीत दवा वितरण हेतु कहाँ से लाई गई थी और किसके माध्यम से लाई गई थी , जिस पर भी इस बात की जिम्मेदारी तय होने की पुष्टि होती है , तो जिला प्रशासन को चाहिए संबंधित दोषियों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्यवाही करें। उपरोक्त मांग पत्रकार कल्याण संघ केशकाल ईकाइ के ब्लाॅक अध्यक्ष गिरीश जोशी , महासचिव रूपेन्द्र कोर्राम तथा वरिष्ठ पत्रकार के.शशिधरन ने जिला प्रशासन से की है !
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